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सूरा-अल-काफ़िरून | Surah 109

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सूरा-अल-काफ़िरून 

| मक्का कालीन | आयत  6| 

(अविश्वासी)

सूरा-अल-काफ़िरून | Surah 109

अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान, रहम करने वाला है|


कह दीजिएः ऐ काफ़िरो! (1) 

मैं इबादत नहीं करता जिन की तुम इबादत करते हो, (2) 

और न तुम इबादत करने वाले हो उस की जिस की मैं इबादत करता हूँ। (3)

और न मैं इबादत करने वाला हूँ जिन की तुम ने इबादत की, (4)

और न तुम इबादत करने वाले हो उस की जिस की मैं इबादत करता हूँ। (5) 

तुम्हारे लिए तुम्हारा दीन और मेरे लिए मेरा दीन। (6)

***

109. THE DISBELIEVERS

(al-Kafirun)

In the name of God, the Gracious, the Merciful.

1. Say, “O disbelievers.

2. I do not worship what you worship.

3. Nor do you worship what I worship.

4. Nor do I serve what you serve.

5. Nor do you serve what I serve.

6. You have your way, and I have my way.”

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