सूरा-अल-इन्शिरा | सूरतुश शर्ह
| मक्का कालीन | आयत 8 |
(खोलना)
सूरा-अल-इन्शिरा | सूरतुश शर्ह
अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान, रहम करने वाला है |
क्या हम ने आप (स) का सीना नहीं खोल दिया? (1)
और आप (स) से आप का बोझ उतार दिया। (2)
जिस ने तोड़ दी (झुका दी) आप (स) की पुश्त, (3)
और हम ने आप (स) का जिक्र बुलन्द किया। (4)
पर बेशक दुशवारी के साथ आसानी है। (5)
बेशक दुशवारी के साथ आसानी है। (6)
पर जब आप (स) फ़ारिग हों तो (इबादत में) मेहनत करें। (7)
और अपने रब की तरफ़ रगबत करें (दिल लगाएं)। (8)
***
94. THE SOOTHING
(ash-Sharh)
In the name of God, the Gracious, the Merciful.
1. Did We not soothe your heart?
2. And lift from you your burden.
3. Which weighed down your back?
4. And raised for you your reputation?
5. With hardship comes ease.
6. With hardship comes ease.
7. When your work is done, turn to devotion.
8. And to your Lord turn for everything.
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