सूरा-अज़-ज़िलज़ाल
| मक्का कालीन | आयत 8|
(भूचाल)
अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान, रहम करने वाला है |
जब ज़मीन ज़लज़ले से हिला दी जाएगी, (1)
और अपने बोझ बाहर निकाल डालेगी, (2)
और कहेगा इन्सान कि इस को क्या हो गया? (3)
उस दिन वह अपने हालात बयान करेगी, (4)
क्योंकि तेरे रब ने उसे हुक्म भेजा होगा। (5)
उस दिन लोग मुख्तलिफ गिरोहों में बाहर निकलेंगे ताकि उन के आमाल उन्हें दिखाए जाएं। (6)
पर जिस ने की होगी एक जर्रा बराबर नेकी वह उसे देख लेगा। (7)
और जिस ने की होगी एक ज़र्रा बराबर बुराई वह उसे देख लेगा| (8)
जब ज़मीन ज़लज़ले से हिला दी जाएगी, (1)
और अपने बोझ बाहर निकाल डालेगी, (2)
और कहेगा इन्सान कि इस को क्या हो गया? (3)
उस दिन वह अपने हालात बयान करेगी, (4)
क्योंकि तेरे रब ने उसे हुक्म भेजा होगा। (5)
उस दिन लोग मुख्तलिफ गिरोहों में बाहर निकलेंगे ताकि उन के आमाल उन्हें दिखाए जाएं। (6)
पर जिस ने की होगी एक जर्रा बराबर नेकी वह उसे देख लेगा। (7)
और जिस ने की होगी एक ज़र्रा बराबर बुराई वह उसे देख लेगा| (8)
***
99. THE QUAKE
(az-Zalzalah)
In the name of God, the Gracious, the Merciful.
1. When the earth is shaken with its quake.
2. And the earth brings out its loads.
3. And man says, “What is the matter with it?”
4. On that Day, it will tell its tales.
5. For your Lord will have inspired it.
6. On that Day, the people will emerge in droves, to be shown their works.
7. Whoever has done an atom's weight of good will see it.
8. And whoever has done an atom's weight of evil will see it.
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