सूरा-असर
| मक्का कालीन | आयत 3|
(ज़माना)
अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान, रहम करने वाला है |
जमाने की कसम, (1)
बेशक इन्सान खतरे में है, (2)
सिवाए उन लोगों के जो ईमान लाए और उन्हों ने नेक अमल किए और एक दूसरे को हक की वसीयत की और सब की वसीयत (तलक़ीन) की। (3)
***
103. TIME
(al-'Asr)
In the name of God, the Gracious, the Merciful.
1. By time.
2. The human being is in a loss.
3. Except those who believe, and do good works, and encourage truth, and recommend patience.
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